युद्धाम देहि...!



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...और इस तरह न्यूज़ चैनल देखते-देखते दुर्योधन नर्वस हो गया। बोला- भाइयों, कुरुक्षेत्र जाना कैंसिल। इससे बढ़िया है कि घर पर बैठकर टीवी ही देख लो। ऐसा हाहाकारी युद्ध तो हमसे न हो पाएगा।

(2)
पाकिस्तान ने कहा, वो किसी भी जंग का मुक़ाबला करने को तैयार है। यह सुनते ही केजरीवाल ने नज़ीब जंग का नाम आगे बढ़ा दिया।

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सरहद पार जब होगा तब हो, इधर दिल्ली पुलिस ने तो केजरीवाल के विधायकों के ख़िलाफ़ 'सर्जिकल स्ट्राइक' तेज़ कर दिया है।

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नवाज़ शरीफ़ ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में कहा कि वो शांति चाहते हैं। लेकिन कोई शांति से भी तो पूछो कि वह क्या चाहती है।

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उरी में सैन्य ठिकाने पर हुए हमले की गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कड़ी निंदा की है। उन्होंने पठानकोट एयरबेस पर हुए आतंकी हमले की भी कड़ी निंदा की थी। क्यों न 'कड़ी निंदा' करने के लिए एक स्वतंत्र प्रभार का मंत्री ही बनाया जाए।
युद्धाम देहि...! युद्धाम देहि...! Reviewed by Manu Panwar on September 22, 2016 Rating: 5

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