रोमियो की पाती योगी जी के नाम!

मनु पंवार
यूपी चुनाव के लिए बीजेपी के घोषणापत्र का एक पोस्टर 
सेवा में,
श्रद्धेय योगी आदित्यनाथ जी,
मुख्यमंत्री,
उत्तर प्रदेश सरकार
हाल- लखनऊ

आपको मेरा प्रणाम पहुंचे मेरा नाम रोमियो है। जूलियट का घणा आशिक रोमियो। वही रोमियो जिसके खिलाफ आपकी पुलिस ने यूपी में एंटी रोमियो स्क्वॉड अर्थात् रोमियो विरोधी दस्त बना डाले हैं। जिसका जिक्र अापने चुनावी मेनिफेस्टो में भी किया था। मगर सरजी एक बात मेरी समझ में कत्तई ना आ री। आप लोग मेरे ख़िलाफ़ इत्ता भीषण प्रचार क्यों कर रहे हैंहर ऐरे-गैरे को रोमियो-रोमियो क्यों कहे जा रहे हो? मुझे किस बात की सज़ा दे रहे हो सरजी? मेरी क्या खता? मैंने तो कभी किसी लड़की को ना छेड़ा। किसी युवती को आंख उठाकर न देखा। आप चाहें तो कैराना, मुजफ्फरनगर, सरधना, मेरठ के पुलिस थानों में रेकॉर्ड चेक कर सकते हैं। मेरे खिलाफ कहीं कोई रिपोर्ट भी दर्ज नहीं है। यूपी के डायल 100 की कसम, न मैं किसी मामले में सजायाफ्ता हूं, न आरोपी। मैं किसी लव जिहाद में भी शामिल नहीं रहा महाराज! मैंने तो जी बस अपनी जूलियट से बेइंतहा मोहब्बत की है। मुझे नहीं पता कि जूलियट का आपके पश्चिमी उत्तर प्रदेश से कोई कनेक्शन है या नहीं।

मुझे सच में इस बात की भी कोई जानकारी नहीं है कि जूलियट का परिवार क्या कभी कैराना, सरधना या मुजफ्फरनगर से पलायन करके सीधे इटली तो नहीं पहुंच गया था? मैं इस बात से भी अनभिज्ञ हूं कि जूलियट का कोई धर्मांतरण हुआ है या जूलियट का पूर्व नाम ज्वाला, जानकी या जूही लाल इत्यादि कुछ था। मुझ अभागे को तो जी यह भी नहीं मालूम कि आप जूलियट की घरवापसी के प्लान के चक्कर में तो कहीं मुझे सजा नहीं दे रहे हैं? सरजी मैं तो पिछली पांच-छह सदी से मोहब्बत की सैड स्टोरीज का नायक था। आप और आपकी पार्टी वालों ने इलेक्शन के चक्कर में मेरी इमेज को टपोरी, मनचला, छिछोरा टाइप बना दिया। सरजी, मेर भी अपनी कुछ इज्जत, मेरा भी कुछ मानवाधिकार है कि नहीं?
यूपी के झांसी में 22 मार्च को एक 'रोमियो' से उठक-बैठक करवाती एंटी रोमियो दल की 'जांबाज' अफसर     फोटो साभार: ANI 
कहीं आप मुझे इस बात की सजा तो नहीं दे रहे हैं कि मैं मूल रूप से इटली से हूं बोफोर्स वाला क्वात्रोकी भी तो जी इटली का ही था, फिर उसे क्यों सज़ा नहीं दिला पाए?  उसके खिलाफ एंटी क्वात्रोकी स्क्वॉड क्यों न बनायाऔर हां, आप जिन राहुल गांधी को अपनी हर चुनावी सभाओं में गरियाते रहे हैं, उनकी मम्मी सोनिया गांधी भी तो हमारे इटली से ही हैं। और अगस्ता वेस्टलैंड…! अब ज़्यादा क्या कहूं। कहने का मतलब यह है कि भारत और इटली का तो मोहब्बत और कारोबारी संबंध है सरजी। फिर आपने सिर्फ एंटी रोमियो स्क्वॉड क्यों उतार डाले हैं? मैं तो पहले से ही मोहब्बत का मारा हूं जी.

मुझे तो अपने जन्मदाता इंग्लैंड वाले बाबा शेक्सपीयर से भी शिकायत है। उन्होंने भी मुझे मोहब्बत करने की सज़ा दी मैं तो जी विकट तरह का प्रेमी रहा हूं। उस पगली जूलियट ने अपने मरने का झूठा ड्रामा रचा था और मैं बंदा इतना घणा जज्बाती कि इसी बात पर अपनी जान ले बैठा। यह भी नहीं सोचा कि तू नहीं तो और सही और न नहीं, और सही। यही नए ज़माने की मोहब्बतों की रघुकुल रीत है। तो सरजी, जो बंदा एक जूलियट के लिए मर-खप गया हो, वो क्योंकर दूसरों की जूलियटों को छेड़ने का जोखिम उठाएगा जी? आप जरा ठंडे दिमाग से इस पर विचार करना जी। आपको यूपी की 325 सीटों की कसम। 

कम लिखा है, ज्यादा समझना।

आपका अपना
रोमियो की पाती योगी जी के नाम! रोमियो की पाती योगी जी के नाम! Reviewed by Manu Panwar on February 12, 2017 Rating: 5

2 comments

  1. झक्कास मनु भाई। हर रोमियो आपको दिल से दुआ दे रहा है। रघु रोमियो भी। :)

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    1. हा...हा....हा
      आप भी रोमियो !

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