शशिकला का जल्लीकट्टू हो गया!
मनु पंवार
यूं तो कलायें कई प्रकार की होती हैं, लेकिन आधुनिक भारतीय राजनीति में शशिकला भी एक प्रकार की कला ही है. क्रिकेट की भाषा में कहें तो शशिकला ने पहले अपने नाइट वॉचमैन पन्नीरसेल्वम को जबरन रन आउट करवा दिया. फिर ड्रेसिंग रूम में खुद पैड पहन लिए. हेलमेट लगाया लिया. हाथों में ग्लव्स डाल लिए. बल्ला भांजने मैदान में उतर आईं. क्रीज पर पहुंचीं. गार्ड लिया. लेकिन ये क्या...! इससे पहले कि चिनम्मा अपनी पारी शुरू करतीं, अंपायर ने 'चिनम्मा' को 'ट्राइबॉल' में ही आउट दे दिया..!
तो इस तरह शशिकला का जल्लीकट्टू हो गया. राजनीति के खेल में अपना जौहर दिखाते-दिखाते रह गईं 'अम्मा' की 'चिनम्मा' शशिकला. वैसे शशिकला के केस से एक सबक यह भी मिलता है कि आय से ज्यादा संपत्ति, आयु से ज्यादा जीवन और जरूरत से ज्यादा लालच तकलीफदेह तो होते ही हैं.
शशिकला के सलाखों में जाने से तमिलनाडु में आज 'पनीर' के भाव बढ़ गए थे. लेकिन शशिकला ने खेल कर दिया. सलाखों में जाने से पहले चिनम्मा ने भारतीय राजनीति की एक परंपरागत तरकीब अपनाई. तमिलनाडु में अपना खड़ाऊंराज चलता रहे, इसके लिए उन्होंने अपना पनीर चुन लिया है. यानी जयललिता के पनीर अगर पन्नीरसेल्वम थे, तो शशिकला के पनीर पलनीसामी होंगे.
शशिकला का जल्लीकट्टू हो गया!
Reviewed by Manu Panwar
on
February 14, 2017
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