यूपी का कर्ज़ चुकाने की धुन
मनु पंवार
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यूपी के मेरठ में चुनावी रैली को संबोधित करते पीएम मोदी |
"जी...आज मोदीजी ने मेरठ की चुनाव रैली में कहा है कि उन्हें यूपी का कर्ज़ चुकाना है."
"लेकिन यूपी ने उन्हें कर्ज़ दिया कब?"
"जी, इसके बारे में तो पता नहीं चल पाया, लेकिन वो अड़े हुए हैं कि इस बार यूपी का कर्ज़ चुका कर रहेंगे."
"लेकिन यूपी ने उन्हें कर्ज़ दिया कब?"
"जी, इसके बारे में तो पता नहीं चल पाया, लेकिन वो अड़े हुए हैं कि इस बार यूपी का कर्ज़ चुका कर रहेंगे."
"लेकिन जब यूपी ने उनके आगे डिमांड रखी ही नहीं, तो वो कर्ज़ क्यों चुकाना चाहते हैं? "
"जी, वह बहुत आदर्शवादी कर्जदार हैं. उनके घर से किसी का रत्तीभर भी कर्ज बरामद हो जाए, तो उनकी नींद उड़ जाती है. उन्होंने अब पब्लिकली कह दिया है तो समझो कि कर्ज चुकाकर ही मानेंगे. अब वो यूपी का कर्ज चुकाने को उतावले हो रहे हैं."
"जी, वह बहुत आदर्शवादी कर्जदार हैं. उनके घर से किसी का रत्तीभर भी कर्ज बरामद हो जाए, तो उनकी नींद उड़ जाती है. उन्होंने अब पब्लिकली कह दिया है तो समझो कि कर्ज चुकाकर ही मानेंगे. अब वो यूपी का कर्ज चुकाने को उतावले हो रहे हैं."
"अरे ठहरिए...उन्हें अभी रोकिए भई. कर्ज उतारने का नंबर तो पहले उनका है, जिन्होंने यूपी को कर्ज में डुबोया है."
"जी, उनका कहना है कि वो बहुत रुक लिए. 14 साल हो गए. अब तो ना मानेंगे. अबके तो कर्ज चुका कर ही जाएंगे."
"अरे भई, अजीब आदमी हैं वो. प्रोटोकॉल और ज़रूरी औपचारिकताओं का भी पालन करेंगे कि नहीं?
"जी, कर्ज चुकाने के मामले में वह बेहद भावुक हैं. इसके लिए वो प्रोटोकॉल और दूसरी औपचारिकताओं की भी परवाह नहीं करते.
"जी, उनका कहना है कि वो बहुत रुक लिए. 14 साल हो गए. अब तो ना मानेंगे. अबके तो कर्ज चुका कर ही जाएंगे."
"अरे भई, अजीब आदमी हैं वो. प्रोटोकॉल और ज़रूरी औपचारिकताओं का भी पालन करेंगे कि नहीं?
"जी, कर्ज चुकाने के मामले में वह बेहद भावुक हैं. इसके लिए वो प्रोटोकॉल और दूसरी औपचारिकताओं की भी परवाह नहीं करते.
"लेकिन ये बताइए कि वो यूपी का कर्ज अभी चुनावी बेला पर ही क्यों चुकाना चाहते हैं?"
" जी, उनका कहना है कि उन पर लोकल लेवल का कोई कर्ज ड्यू नहीं है. वो जगह-जगह नो-ड्यूज सर्टिफिकेट दिखाकर बता रहे हैं कि उन्होंने दूसरे राज्यों के और लोकल लेवल के सारे कर्ज ब्याज समेत चुका दिए हैं. अब यूपी का कर्ज चुकाना है. वैसे भी कर्ज चुकाने का मौसम है, इसलिए वो चाहते हैं कि अब उन्हें कर्ज चुकाने का अवसर दिया जाय."
" जी, उनका कहना है कि उन पर लोकल लेवल का कोई कर्ज ड्यू नहीं है. वो जगह-जगह नो-ड्यूज सर्टिफिकेट दिखाकर बता रहे हैं कि उन्होंने दूसरे राज्यों के और लोकल लेवल के सारे कर्ज ब्याज समेत चुका दिए हैं. अब यूपी का कर्ज चुकाना है. वैसे भी कर्ज चुकाने का मौसम है, इसलिए वो चाहते हैं कि अब उन्हें कर्ज चुकाने का अवसर दिया जाय."
"लेकिन उनके यहां तो कर्ज चुकाने वाले दावेदारों की सूची लंबी है. फिर इन्हें ही कर्ज चुकाने में वरीयता क्यों दी जाए?"
"जी, उनके पास कर्ज चुकाने का लंबा अनुभव है. वो चमचमाता हुआ नो-ड्यूज सर्टिफिकेट अपने आस्तीन में दबाए घूम रहे हैं. अनुभव के मामले में वह सब पर भारी हैं. इसीलिए इन वेटेज अंकों के साथ वो देश के सबसे बड़े राज्य यूपी का कर्ज चुकाने आ रहे हैं."
"जी, उनके पास कर्ज चुकाने का लंबा अनुभव है. वो चमचमाता हुआ नो-ड्यूज सर्टिफिकेट अपने आस्तीन में दबाए घूम रहे हैं. अनुभव के मामले में वह सब पर भारी हैं. इसीलिए इन वेटेज अंकों के साथ वो देश के सबसे बड़े राज्य यूपी का कर्ज चुकाने आ रहे हैं."
"लेकिन अगर उनको यूपी का कर्ज उतारने का मौका दे दिया और उन पर कर्ज चुकाने की पुरानी धुन फिर से सवार हो गई तो फिर क्या होगा?
"जी, इससे दो बातें होंगी. या तो यूपी का कर्ज पूरी तरह उतर जाएगा या उनकी पार्टी यूपी की नज़रों में उतर जाएगी."
(लिंक : यह व्यंग्य 'हिंदुस्तान' अख़बार के संपादकीय पेज पर पहले छप चुके मेरे व्यंग्य का अपडेटेड वर्जन है)
"जी, इससे दो बातें होंगी. या तो यूपी का कर्ज पूरी तरह उतर जाएगा या उनकी पार्टी यूपी की नज़रों में उतर जाएगी."
(लिंक : यह व्यंग्य 'हिंदुस्तान' अख़बार के संपादकीय पेज पर पहले छप चुके मेरे व्यंग्य का अपडेटेड वर्जन है)
यूपी का कर्ज़ चुकाने की धुन
Reviewed by Manu Panwar
on
February 04, 2017
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