यूपी के लड़के तो लौंडे निकले!
मनु पंवार
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चुनाव में हार के बाद लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अखिलेश |
(1)
यूपी चुनावों में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के गठबंधन की जो दुर्दशा हुई है, उसे देखकर तो लग रहा है कि मुलायम सिंह यादव ने ठीक कहा था- 'लड़के हैं, लडकों से गलती हो जाती है।'
(2)
अखिलेश यादव को अपना साउंड सिस्टम फिर से चेक करवाना चाहिए. वो यूपी में जगह-जगह चुनावी रैलियों में कह रे थे- 'सपा को 300 सीटें आ रही हैं.' लोगों ने शायद ये सुन लिया- भाजपा की 300 सीटें आ रही हैं.
(3)
सपा और कांग्रेस के गठबंधन ने चुनाव प्रचार में एक नारा चलाया था- यूपी के लड़के बनाम बाहरी मोदी. लेकिन आज चुनाव नतीजों से तो साफ लग रहा है कि ये 'यूपी के लड़के' तो कत्तई लौंडे टाइप निकले रे...
(4)
उत्तर प्रदेश के चुनाव नतीजों से ऐसा लग रहा है कि मानो अखिलेश यादव ने यह चुनाव खुद को और अपनी पत्नी डिंपल यादव को नेता बनाने के लिए लड़ा हो.
(5)
यूपी और उत्तराखण्ड में कांग्रेस के जो हाल हुए हैं. उससे सबक लेते हुए कांग्रेस को चाहिए कि वह फौरन खुद को कुछ साल के लिए चुनावी राजनीति से स्थगित कर ले.
(6)
मायावती जी ने खुद को तो महल में कैद कर लिया. राजसी ठाठ-बाट से रहने लगीं. लेकिन हाथी की उचित देखभाल नहीं की. अब आप ही बताइए, वो हाथी बेचारा भूख-प्यास से मरेगा नहीं, तो क्या करेगा?
यूपी चुनावों में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के गठबंधन की जो दुर्दशा हुई है, उसे देखकर तो लग रहा है कि मुलायम सिंह यादव ने ठीक कहा था- 'लड़के हैं, लडकों से गलती हो जाती है।'
(2)
अखिलेश यादव को अपना साउंड सिस्टम फिर से चेक करवाना चाहिए. वो यूपी में जगह-जगह चुनावी रैलियों में कह रे थे- 'सपा को 300 सीटें आ रही हैं.' लोगों ने शायद ये सुन लिया- भाजपा की 300 सीटें आ रही हैं.
(3)
सपा और कांग्रेस के गठबंधन ने चुनाव प्रचार में एक नारा चलाया था- यूपी के लड़के बनाम बाहरी मोदी. लेकिन आज चुनाव नतीजों से तो साफ लग रहा है कि ये 'यूपी के लड़के' तो कत्तई लौंडे टाइप निकले रे...
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उत्तर प्रदेश के चुनाव नतीजों से ऐसा लग रहा है कि मानो अखिलेश यादव ने यह चुनाव खुद को और अपनी पत्नी डिंपल यादव को नेता बनाने के लिए लड़ा हो.
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यूपी की बड़ी चुनावी जीत के बाद बीजेपी कार्यकर्ताओं का जश्न |
यूपी और उत्तराखण्ड में कांग्रेस के जो हाल हुए हैं. उससे सबक लेते हुए कांग्रेस को चाहिए कि वह फौरन खुद को कुछ साल के लिए चुनावी राजनीति से स्थगित कर ले.
(6)
मायावती जी ने खुद को तो महल में कैद कर लिया. राजसी ठाठ-बाट से रहने लगीं. लेकिन हाथी की उचित देखभाल नहीं की. अब आप ही बताइए, वो हाथी बेचारा भूख-प्यास से मरेगा नहीं, तो क्या करेगा?
यूपी के लड़के तो लौंडे निकले!
Reviewed by Manu Panwar
on
March 11, 2017
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