विवाद खड़ा क्यों होता है?

मनु पंवार
फिल्म पद्मावती का ऑफिशियल पोस्टर

याद नहीं आता कि आखिरी बार विवाद को बैठे कब देखा होगा। विवाद को खड़े होने में जो महारत है, वो बैठने में नहीं है। अब तो उसके पास अवसर भी बढ़ गए हैं। राजनीति ही नहीं, क्रिकेट, धर्म-कर्म से लेकर सिनेमा, हर जगह विवाद अपनी टांग फंसाए हुए है। वो जमाना और था जब छठी-छमाही में कभी विवाद होता था। उन दिनो लोगों को विवाद की कद्र नहीं थी। सो, एक ही विवाद लंबे अरसे तक गूंजता।

लेकिन अब विवाद के उठने की फ्रीक्वेंसी बढ़ गई है। कई बार तो एक-दो दिन बाद ही नया विवाद उठ खड़ा होता। ये विवादों के लोकतांत्रीकरण का दौर है। उस पर किसी का एकाधिकार नहीं रहा। कोई भी, कभी भी, कहीं भी किसी भी बात पर विवाद खड़ा कर सकता है।
फिल्म में दीपिका पादुकोण लीड रोल में हैं

मैं कल एक विवाद को ढूंढते-ढूंढते उसके घर तक जा पहुंचा। विवाद मजे से लेटा हुआ था। मुझे देखते ही झट से उठ खड़ा हुआ। मैंने कहा, भई खड़े क्यों हो गए? इत्मीनान से लेटे रहो। जैसे थे टाइप। तुम्हारे खड़े होने से बिलावजह बवंडर मच जाता है। तुम्हारे उठने से कइयों के दिल बैठ जाते हैं। मुझ पर विवाद खड़ा करने का आरोप लग जाएगा। 

विवाद के दिल को लग गई। मुझे झिड़ककर बोला, मैं विवाद हूं। खड़ा होना मेरा संवैधानिक अधिकार है। मैं चुनाव में खड़ा कोई डमी कैंडिडेट नहीं हूं कि तुम्हारे कहने पे बैठ जाऊं। अब खड़ा हो गया हूं तो खड़ा ही रहूंगा। जब तक किसी को सस्पेंड न करवा दूं, दो-चार की कुर्सी गिरा न दूं, जब तक कुछ इस्तीफे न दिलवा दूं, जब तक किसी नेता को हाईकमान से डांट न पिलवा दूं, जब तक किसी से माफी न मंगवा दूं। मैं विवाद हूं।

राजस्थान के कोटा में एक थियेटर में फिल्म का ट्रेलर दिखाने पर तोड़फोड़ हुई

लेकिन भई विवाद! खड़े होने का लोड अकेले तुम ही क्यों लेते हो? तुम्हारी फैमिली में और भी तो मेंबर हैं वाद, बहस, जिरह नाम के। वो सब कहां गए? वो बोला, अब देश में बहस और जिरह को काम मिलना बंद हो गया है। लोग सीधे विवाद खड़ा कर देते हैं। और वो जो वाद था, वो कहां गया? 

वह बोला, वाद की भी अब ज्यादा पूछ नहीं है। वो बस न्यायालयों के ही चक्कर काट रहा है। लेकिन भाई विवाद, इस बार-बार की उठक-बैठक से तुम्हारे घुटनों में दर्द नहीं होता? वो बोला- होता है, लेकिन दूसरे को घुटने टिकाने के बाद मैं अपना दर्द भूल जाता हूं।

LINK : फिल्म पद्मावती का ऑफिशियल ट्रेलर
विवाद खड़ा क्यों होता है? विवाद खड़ा क्यों होता है? Reviewed by Manu Panwar on November 15, 2017 Rating: 5

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