क्या ये 'आप' का 'गुप्त काल' है?

मनु पंवार
केजरीवाल के साथ सुशील गुप्ता           फोटो साभार: sushilkumargupta.com
जिनका शोर था, वो ठगे से रह गए और दो-दो गुप्ताजी दिल्ली से आम आदमी पार्टी की राज्य सभा की सीटें ले उड़़े. ऐसा लग रहा है कि आम आदमी पार्टी में 'गुप्त काल' चल रहा है. वैसे आम आदमी पार्टी अगर कारोबारी सुशील गुप्ता और चार्टेड अकाउंटेंट नारायण दास गुप्ता के अलावा पूर्व पत्रकार आशुतोष (गुप्ता) को भी राज्य सभा का टिकट दे देती, तो आम आदमी पार्टी में पूरी तरह से 'गुप्त वंश' का शासन आने से कोई माई का लाल नहीं रोक सकता था. इतिहास गवाह है कि गुप्त वंश का राज को भारत का एक स्वर्ण युग भी माना जाता है.

इसीलिए मुझे इस पर बड़ी हैरानी है कि सबको कुमार विश्वास की पड़ी है. सब उसी पर चर्चा कर रहे हैं लेकिन कोई भी बंदा आशुतोष भाई का ग़म नहीं पूछ रहा. सोच रहे होंगे इससे बढ़िया टीवी की एडिटरी ही कर लेता. लेकिन दिल्ली के बड़े कारोबारी और अरबपति सुशील गुप्ता को राज्य सभा टिकट देने को लेकर आम आदमी पार्टी की दलील ने मुझे चौंका दिया. 'आप' के नेता कहने लगे, सुशील गुप्ता ने काफी समाज सेवा की है. सच बताऊं, तब से मुझे भी बड़े ज़ोर की समाज सेवा आ रही है. प्लीज़ कोई बतला दे कि कहां पे करूं?
क्या ये 'आप' का 'गुप्त काल' है? क्या ये 'आप' का 'गुप्त काल' है? Reviewed by Manu Panwar on January 03, 2018 Rating: 5

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