राजनीति में थप्पड़ से कैसे बचें?

मनु पंवार

दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को रोड शो के दौरान किसी ने थप्पड़ मार दिया
राजनीति कोई 'दबंग' फ़िल्म की हीरोइन सोनाक्षी सिन्हा तो है नहीं, जो ये डायलॉग मारे कि- 'थप्पड़ से डर नहीं लगता साहब, प्यार से लगता है।' अरे भई प्यार से भला कैसा डर? और किसी का क्या भरोसा कि प्यार की आड़ में ही थप्पड़ जड़ दें। अरविंद केजरीवाल भी तो खुली जीप में वोटरों का प्यार पाने की चाह में ही रोड शो कर रहे थे, एक बंदे ने दिनदहाड़े उन पर थप्पड़ जड़ दिया। बताइए, प्यार के दुश्मन कहां-कहां से आ जाते हैं।

इसलिए थप्पड़ से तो डरना ही चाहिए। ख़ासकर ऐसे थप्पड़ से जैसे केजरीवाल को पड़ा। इससे यह भी पता चल गया कि राजनीति में प्यार-मुहब्बत के साइड इफेक्ट बहुत हैं। हालांकि प्यार में थप्पड़ मारने की परंपरा राजनीति में तो अब तक न सुनी, न देखी। थप्पड़ गुस्से, घृणा और नफरत का प्रतीक है। इससे अंदाज़ा लगाना मुश्किल नहीं है कि हमारी राजनीति किस कदर नफरतों से भर दी गई है।

लेकिन मुझे लगता है कि केजरीवाल का केस कुछ अलग है। उनके थप्पड़ एपीसोड का संदेश यह है कि नेता हो या मोबाइल नेटवर्क, जब आउट ऑफ रीच रहता है, तो बंदा सुरक्षित रहता है। किसी को उसके बारे में कुछ पता नहीं चलता। न नेता के बारे में न मोबाइल वाले बंदे के बारे में। आउट ऑफ रीच नेता को लेकर पब्लिक के बीच भ्रम बना रहता है। वो कहां है, क्या कर रहा है, सब कुछ रहस्य बना रहता है। अपनी 'रीचेबिलिटी' की वजह से केजरीवाल थप्पड़बाज़ों का आसान निशाना हैं।

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वैसे भी वो ज़माने गए जब नेता को पब्लिक की रीच में होने का राजनीति में फायदा मिला करता था। अब तो इस रीच के ख़तरे भी बहुत हैं। कोई भी बंदा आ कर आपको अपनी प्रॉपर्टी समझके सरेआम झन्नाटेदार थप्पड़ जड़ देगा। सारी इज़्ज़त तार-तार। सोशल मीडिया वाले ज़माने में आपकी ही थू-थू होने लगेगी, जैसी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की हो रही है। बताइए, बंदे को थप्पड़ भी पड़ा और अब गालियां भी पड़ रही हैं।

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थप्पड़ मारने वाला कई बंदों का हीरो हो गया। और हो भी क्यों न, प्रशांत भूषण को उनके केबन में घुसकर थप्पड़ और लात-घूंसे मारने वाला एक बंदा आज बीजेपी जैसी बड़ी पार्टी का प्रवक्ता बना बैठा है। केजरीवाल को थप्पड़ मारने वाला भी शायद राजनीति में अपने लिए ऐसा ही कोई करियर तलाश रहा हो। सच में, यह राजनीति की उलटबांसियों का दौर है।

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राजनीति में थप्पड़ से कैसे बचें? राजनीति में थप्पड़ से कैसे बचें? Reviewed by Manu Panwar on May 05, 2019 Rating: 5

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