वास्को-डी-गामा ने पौड़ी की खोज की थी!
(वैधानिक चेतावनी: आज ओरिजिनल नहीं, इधर-उधर का माल बटोरकर लाया हूं। असल में योगी आदित्यनाथ और त्रिवेंद्र रावत के क्रमश: उत्तर प्रदेश और उत्तराखण्ड का मुख्यमंत्री बनने के बाद सोशल मीडिया पर हमारे पौड़ी ज़िले वालों ने रायता फैला दिया। जोक्स की बमबारी होने लगी। वह इसलिए क्योंकि ये दोनों नेता उत्तराखण्ड के पौड़ी गढ़वाल ज़िले से हैं। ऐसे ही कुछ जोक्स मुझे भी बरामद हुए हैं। पढ़िए और मज़े लीजिए )
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1- केजरीवाल का नया बयान आया है कि वो भी उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल ज़िले के एक छोटे से गांव से हैं। उनका कहना है कि उनके पास इसके सबूत हैं। उनके अनुसार जब पौड़ी में तोपवाल, कोटवाल, लिंगवाल, असवाल , थलवाल, आदि होते हैं, तो केजरीवाल क्यों नहीं? वाल तो वाल है।
2- मुलायम सिंह यादव ने योगी आदित्यनाथ के शपथ ग्रहण समारोह के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कान में कहा कि मेरे बेटे अखिलेश की ससुराल भी पौड़ी गढ़वाल में ही है। इसका भी ख्याल रखना।😂
3- सरकार बनाने का दावा करने गए योगी आदित्यनाथ को राज्यपाल महोदय ने कहा- "कखन ए रे भुला! कै जिला कै गौं को छै रे ? जिसका भावानुवाद ये है- कहां से आया रे छोटे भाई? किस ज़िले और किस गांव का है रे?
4- अमेरिका से ब्रेकिंग न्यूज़ आ रही है कि डोनाल्ड ट्रम्प भी पौड़ी गढ़वाल के रहने वाले हैं। पता चला है की जब वो गोरु (जानवर) चराने गये थे तब बाखरी (बकरी) को बाघ के खाने से वो बहुत आहत हुए और अमेरिका चले गए।
5- अब ये अफवाह कौन उड़ा रहा है कि डोनाल्ड ट्रम्प भी पौड़ी गढ़वाल के ही रहने वाले हैं और उनका असली नाम डांडा सिंह तोपवाल था।
6- वास्को डी गामा ने सबसे पहले पौड़ी की खोज की थी।
7. आजकल देश में फॉग नहीं चल रहा, बस पौड़ी-पौड़ी चल रहा है।
8. गढ़वालियों को मोदीजी इसलिए भी साथ ले रहे हैं कि टैलेंट के साथ-साथ ज़रूरत पड़ने पर विपक्षियों पर 'देवता' भी लगाया जा सके।



असल में मोदी सरकार में कई उच्च और अहम पदों पर उत्तराखण्ड के पौड़ी गढ़वाल ज़िले के कई चेहरे हैं. इस पर बीबीसी हिन्दी ने भी आज एक रिपोर्ट छापी है. (उसे यहां पढ़ें) इससे मीडिया से लेकर सोशल मीडिया तक हर जगह पौड़ी ज़िले की ही चर्चा हो रही है. ये जोक्स भी उसी का हिस्सा हैं.
वास्को-डी-गामा ने पौड़ी की खोज की थी!
Reviewed by Manu Panwar
on
March 22, 2017
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