बड़ा ही चंट है ये 'विकास'
मनु पंवार
![]() |
दिल्ली में बीजेपी मुख्यालय में पीएम मोदी फोटो सौजन्य: @narendramodi.in |
गुजरात चुनाव की जीत के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कल बीजेपी के दफ़्तर में कहा, ये विकास की जीत है और आगे विकास ही जीतेगा. पर ये जो 'विकास' है न, ये मुझे किसी निकम्मे और चंट कर्मचारी जैसा लगता है. अब देखिए ना, कमबख्त गुजरात की पूरी चुनाव
कैंपेनिंग के दौरान तो ग़ायब रहा. बंदे उसे ढूंढते रह गए और कल जब नतीजे बीजेपी के पक्ष में आ गए तो क्रेडिट लेने पहुंच गया सीधे दिल्ली के अशोक रोड. बीजेपी के हेडक्वार्टर में. मुझे लगता है भाजपा वालों को अब बिना देर किए बाबर,खिलजी, औरंगजेब समेत अन्य मुगलों, दूसरे मुस्लिम बादशाहों और पाकिस्तान का भी तत्काल धन्यवाद अदा कर देना चाहिए. इस चुनाव में 'विकास' के अचानक लंबी छुट्टी पर चले जाने के बाद इन्होंने ही लाज बचाई. इस दफा बाबर, खिलजी, औरंगजेब की चुनावी कामयाबी के बाद अब ऐसे भी आसार हैं कि शायद 2019 का आम चुनाव हड़प्पा और मोहनजोदाड़ो की सभ्यता पर लड़ा जाएगा.
इस बीच, कई भाई लोग पूछ रहे हैं कि गुजरात चुनाव के बाद राहुल गांधी क्या जनेऊधारी ब्राह्मण रहेंगे या नहीं? वैसे मुझे लगता है कि अब चुनाव तो चुनाव निपट चुके हैं, लिहाजा 'जनेऊ' अब पीठ की खुजली दूर करने के काम आ सकता है. हालांकि गुजरात का एपीसोड कुछ-कुछ 'दीवार' फ़िल्म के डायलॉग जैसा हुआ. जिसमें कांग्रेस के पास हार्दिक थे, अल्पेश थे, जिग्नेश थे. तब भाजपा वालों से पूछा जा रहा था- तेरे पास क्या है? भाजपा के पास इससे बेहतर जवाब क्या हो सकता था कि मेरे पास तेरा मणिशंकर है. मणिशंकर अय्यर के 'नीच इंसान' वाले बयान ने बीजेपी को कितना ऊंचा उठा दिया, ये नतीजे बता रहे हैं. वैसे गुजरात में बीजेपी हारते-हारते और कांग्रेस जीतते-जीतते बाल-बाल बचे.
लेकिन कुछ भी कहो, गुजरात में हुआ तो गज़ब. गुजरात के लड़के (जिग्नेश मेवाणी और अल्पेश ठाकुर) तो जीत गए. लेकिन गुजरात का लौंडा (हार्दिक पटेल) एक तरह से हार गया. हालांकि इससे ज्यादा चौंकाने वाली घटना तो हिमाचल प्रदेश में हुई. वहां बीजेपी के पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल का बीसी खंडूड़ी हो गया. उत्तराखण्ड में बीसी खंडूड़ी 2012 में लगभग ऐसी ही सिचुएशन में हार गए या हरा दिए गए थे. वैसे बीजेपी अब इतने चुनाव जीत गई है कि अब तो आलम ये है कि अगर किसी राज्य में चुनाव नहीं भी होंगे, तो भी बीजेपी जीत जाएगी.
बड़ा ही चंट है ये 'विकास'
Reviewed by Manu Panwar
on
December 19, 2017
Rating:

No comments