योगी के बजरंगबली ने कांग्रेस को संजीवनी क्यों दी?
मनु पंवार
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साभार : टाइम्स ऑफ इंडिया में संदीप अर्ध्वायु का कार्टून |
बीजेपी तीन राज्यों में अपनी सरकार खो बैठी. लगता है बीजेपी से बजरंगबली रूठ गए. आखिर योगी आदित्यनाथ ने बजरंगबली का जाति प्रमाण पत्र जो बांट दिया था. योगीजी ने एक चुनावी रैली में बजरंगबली को दलित बता दिया था. लेकिन ये बात समझ में नहीं आई कि योगीजी के बजरंगबली दलित थे, तो फिर वो संजीवनी कांग्रेस के लिए लेकर क्यों आए?
लेकिन चलो इस रिजल्ट से ये बात तो हुई कि अब योगीजी कम से कम अपने राज्य उत्तर प्रदेश पर तो ध्यान दे पाएंगे. वरना उनको ‘ओवैसी को हैदराबाद से भगाने’ और ‘हैदराबाद का नाम बदल कर भाग्यनगर’ करने में एनर्जी लगानी पड़ती. वैसे अब नेहरू चाहें तो अगले कुछ महीने तक आराम कर सकते हैं. मोदीजी से लेकर पूरी बीजेपी उनके पीछे पड़ी हुई थी. अब चुनाव नतीजे आने के बाद नेहरू को कोई डिस्टर्ब नहीं कर पाएगा.
वैसे गनीमत है कि मध्य प्रदेश और राजस्थान में बीजेपी को लड़ने लायक सीटें आ गईं. मुझे लगता है कि ऐन चुनाव के टाइम पर अगर अमित शाह ने संबित पात्रा का नाम बदलके 'संदीप पात्रा' न किया होता, तो बीजेपी को इत्ती सीटें भी न आ पातीं. बंदा क्या दहाड़ रहा था टीवी डिबेट में.
लेकिन मध्य प्रदेश में तो हद ही हो गई. 12 घंटे तक काउंटिंग ही चलती रही। पहले के ज़माने की बात होती तो इतनी देर में दूरदर्शन वाले 4-5 पिक्चर भी दिखा देते. वैसे ऐसी सिचुएशन में चुनाव आयोग को क्रिकेट वाला फॉर्मूला अपनाना चाहिए था. चूंकि मध्य प्रदेश में कइयों के अरमानों पर पानी फिरता जा रहा था, इसलिए जीत का फैसला डकवर्थ-लुइस सिस्टम से किया जा सकता था.
योगी के बजरंगबली ने कांग्रेस को संजीवनी क्यों दी?
Reviewed by Manu Panwar
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December 12, 2018
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