पीतल वाला रॉबर्ट सोना उगलेगा?
मनु पंवार
रॉबर्ट वाड्रा पीतल की नगरी (मुरादाबाद) का बंदा है, लेकिन चुनावी मौसम में सरकार उससे सोना उगलने की उम्मीद लगाए बैठी है। इससे ही बंदे की अहमियत समझ में आ जाती है। शायद इसीलिए मोदी सरकार ने साढ़े चार साल तक वाड्रा को खर्च नहीं किया। चुनाव के लिए उसे बचाए रखा। अब ईडी वाले उसे ज़रा-ज़रा करके खुरच रहे हैं। वैसे राजनीति में एक वो ज़माना भी था जब चुनाव से पहले 'सीडी' चला करती थी, अब 'ईडी' चल रहा है।
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अब रॉबर्ट वाड्रा की लगभग रोज़ाना ईडी के सामने पेशी पे पेशी हो रही है। लेकिन मानना पड़ेगा, ये रॉबर्ट वाड्रा बड़ी दूरदृष्टि वाला बंदा है। उसको पता था कि एक न एक दिन लगातार पेशी और लंबी पूछताछ की नौबत तो आनी ही आनी है। इसलिए उसने जिम-सिम करके अपनी फिटनेस बनाए रखी। वरना दिल्ली से लेकर जयपुर तक इतनी पेशियों और इत्ते घंटों की पूछताछ में अच्छा-खासा बंदा गश खाकर गिर जावे। वैसे मुझे लगता है कि जित्ते सवाल ईडी वालों ने रॉबर्ट वाड्रा से पूछ लिए, उत्ते में तो बन्दा NET क्वालीफाई कर लेता।

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पीतल वाला रॉबर्ट सोना उगलेगा?
Reviewed by Manu Panwar
on
February 12, 2019
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