चोर की दाढ़ी में तिनका क्यों ज़रूरी है?
मनु पंवार
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साभार : सत्याग्रह में राजेंद्र धोड़पकर का कार्टून |
मैं आज तक ये नहीं समझ पाया हूं चोर की दाढ़ी में तिनका वाली कहावत बनाई किसने? ये कहावत आई कहां से? चोरी का दाढ़ी से कनेक्शन किसने जोड़ा? आखिर किसी को कैसे पता कि दाढ़ीवाला ही चोर होता है? क्लीन शेव्ड मल्लब सफाचट बंदे भी तो चोरी कर सकते हैं. क्या बिना दाढ़ी वाले बंदे राजा हरिश्चचंद्र की संतानें हैं?
आखिर चोरी के केस में ये दाढ़ी और बिना दाढ़ी का विभेद क्यों? यह तो दाढ़ीवालों के साथ ज्यादती है. नाइंसाफी है. चोरी के केस में किसी एक 'क्लास' को टारगेट कैसे किया जा सकता है?
चलो मान लिया कि किसी दाढ़ी वाले ने चोरी की होगी, इसका मतलब ये तो नहीं कि सभी दाढ़े वाले बंदों को शक की निगाह से देखा जाए. मुझे तो कभी-कभी यह भी शक होता है कि ये कहावत उन लोगों की दिमागी उपज होगी जिनकी दाढ़ी नहीं आती. उन्होंने दाढ़ीवालों को बदनाम करने के लिए ये कहावत मार्केट में उतार दी और वायरल कर डाली. मुझे तो इसमें दाढ़ी समाज के खिलाफ साजिश की बू नजर आती है.
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साभार : Google |
हैरानी की बात ये है कि दाढ़ी को न सिर्फ शक की निगाह से देखा जा रहा है बल्कि ये भी दावा किया जा रहा है कि चोर की दाढ़ी में तिनका भी होता है. बताइए, एक ही कहावत में चोर का पूरा हुलिया बता दिया. लेकिन एक बात फिर भी समझ में नहीं आई कि ये कमबख्त तिनका बीच में कहां से आ गया? क्या वो दाढ़ी वाला चोर इसलिए तिनका साथ में रखता है ताकि डूबते हुए उसे तिनके का सहारा मिल सके?
इस कहावत के साइड इफेक्ट भी तो हैं. ऐसे में तो सिर्फ वही चोरियां, चोरी कहलाई जाएंगी जिनमें दाढ़ी भी शामिल हो और तिनका भी. ये तो बड़ी अजीब तरह की शर्त है. इससे बगैर दाढ़ी वाले तो साफ बच जाएंगे. लेकिन कहावत के निर्माताओं ने इस प्रश्न का उत्तर नहीं दिया कि जिस दाढ़ी वाले चोर की दाढ़ी में तिनका न मिले, क्या उसे चोरी के इल्जाम से बरी माना जा सकता है.
आखिर चोरी का पैमाना तिनका कैसे हो सकता है? क्या जहां चोरी होती है वहां तिनका होना जरूरी है. और अगर चोरी पकड़े जाने के बावजूद उसकी दाढ़ी में तिनका बरामद न हुआ तो क्या होगा? इस पर कहावत निर्माताओं का संविधान खामोश है.
चोर की दाढ़ी में तिनका क्यों ज़रूरी है?
Reviewed by Manu Panwar
on
April 22, 2019
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