सुपरओवर टाई होने पर आधार कार्ड से हो विजेता का फैसला !

मनु पंवार

साभार- कार्टूनिस्ट मंजुल का कार्टून
सुपर ओवर को लेकर नाहक ही इत्ता बवाल मचा है. आपको आपत्ति सिर्फ इसी बात पर है कि जिसने ज़्यादा चौके मारे, वो चैम्पियन कैसे हो गया. लेकिन अपने यहां तो राजनीति में चैम्पियन बनने का यही फॉर्मूला है. यहां तो राजनीति में कब से सुपर ओवर चल रहा है. जो ज्यादा विधायक तोड़ पाए, वही चैम्पियन कहलाता है. उसी की सरकार बन जाती है. वही हीरो हो जाता है. यह सुपर ओवर का एकदम देसी संस्करण है. 

अब कर्नाटक में ही देख लीजिए. इलेक्शन में हारी हुई टीम सुपर ओवर में जीतने की दहलीज़ पे खड़ी है. इस खेल की यूएसपी यही है. इसका रोमांच इसी में है. हारे हुए बंदे को भी उम्मीद रहती है कि सुपर ओवर में तो गेम पलटा जा सकता है. अब देखिए कर्नाटक में गेम पलटा जा रहा है. कर्नाटक में बंदों ने पहले पचास ओवर तक यानी लोकसभा चुनाव तक इंतज़ार किया. अब सुपर ओवर में वो असली फॉर्म और अपने असली रंग में उतर आए.

जैसा कि संभावना जताई जा रही है कि कर्नाटक में जैसे ही सुपर ओवर का नतीजा आ जाएगा, मध्य प्रदेश, राजस्थान जैसे राज्यों में भी सुपर ओवर का प्रयोग दोहराया जाएगा. मुझे लगता है कि सुपर ओवर को लोकप्रिय बनाने के लिए ऐसे कदम उठने अवश्यंभावी हैं. सुपर ओवर का यह फॉर्मूला हिंदुस्तान की राजनीति में कामयाब है. तो फिर वर्ल्ड लेवल पर इसे लागू करने में हर्जा क्या है? हैं जी !

वैसे अपने पास चैम्पियन बनाने के देसी फॉर्मूले और भी हैं. अगर सुपर ओवर में भी मैच टाई हो जाता है, तो उस टीम को चैम्पियन घोषित किया जा सकता है जिसके ज्यादा बन्दों के आधार कार्ड उनके अकाउंट से लिंक हों. इससे क्या होगा कि आधार कार्ड को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता मिल जाएगी. आईसीसी वाले सुन रहे हैं न?
सुपरओवर टाई होने पर आधार कार्ड से हो विजेता का फैसला ! सुपरओवर टाई होने पर आधार कार्ड से हो विजेता का फैसला ! Reviewed by Manu Panwar on July 17, 2019 Rating: 5

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