कुंभकरण दुनिया का सबसे स्वस्थ इंसान था

मनु पंवार

चित्र साभार : विवेक मुनि
एक रिपोर्ट पढ़ी. महानगरों में अनिद्रा के शिकार लोगों की संख्या तेज़ी से बढ़ रही है. सारी बीमारियों की जड़ इसी अनिद्रा को माना गया है. डॉक्टर भी कहते हैं, अच्छी नींद अच्छे स्वास्थ्य की निशानी है. इस लिहाज़ से तो कुंभकरण दुनिया का अब तक का सबसे स्वस्थ जीव था. वो घंटों नही, महीनों सोता था. दंतकथाओं के मुताबिक कुंभकरण 6 महीने सोता था. कहा तो ये भी जाता है कि 'घोड़े बेचकर सोना' वाली कहावत का सूत्रपात भी कुंभकरण की वजह से ही हुआ. 

हालांकि कुंभकरण को घोड़े बेचने की ज़रूरत क्या थी, वो तो सोने की लंका के मालिक रावण का भाई था. उस 'गोल्डन लंका' में उसके भी शेयर रहे होंगे. जो बंदा गोल्ड से खेलता, खाता-पीता रहा हो, उसे अच्छी नींद के लिए अपने घोड़े बेचने की ज़रूरत क्यों पड़ी, इस पर दंतकथाओं के प्रचारक खामोश हैं. बहरहाल, हम इस बहस में नहीं पड़ेंगे.

डॉक्टरों की इस राय को कि 'अच्छी नींद अच्छे स्वास्थ्य की निशानी है', कुंभकरण ने कुछ ज़्यादा ही सीरियसली ले लिया था. कहा जाता है कि कुंभकरण को कोई आसानी से जगा नहीं सकता था. वो तो जब लंकापति रावण पर बहुत बड़ा संकट आ गया तब इमरजेंसी में लाख जतन करने के बाद कुंभकरण को जगाया गया, वरना बंदा मज़े से अपनी नींद पूरी कर रहा था. कुंभकरण की नींद पर किसी को भी रश्क हो सकता है. इत्ती अच्छी सेहत वाला बंदा उसके बाद कहीं सुना या देखा नहीं गया.

लेकिन कालंतर में भारतभूमि पर कुंभकरण का यह रिकॉर्ड सरकारों ने तोड़ दिया. कुंभकरण तो छह महीने ही सोता था, सरकारें पांच साल सोने लगीं. यह बड़ी हैरानी की बात है. बताइए, हमारे महानगरों में रहने वाले लोग अनिद्रा के शिकार हैं और सरकारें 5-5 साल मज़े से सो रही हैं. क्या हम सरकारों के लिए भी कह पाएंगे कि अच्छी नींद अच्छे स्वास्थ्य की निशानी है?
कुंभकरण दुनिया का सबसे स्वस्थ इंसान था कुंभकरण दुनिया का सबसे स्वस्थ इंसान था Reviewed by Manu Panwar on October 07, 2019 Rating: 5

1 comment

  1. बड़े दूर की कौड़ी उठा लाये हैं आप

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